जनमत हिन्दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूज्य गुरुजी गोलवलकर के विचार “कार्यकर्ता की चिंता करो, कार्य अपने आप संपन्न हो जाएगा” को चरितार्थ करते हुए विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने अपने समर्पण और संवेदनशील नेतृत्व का परिचय दिया है। भाजपा नेता नीलेश रजक की मृत्यु के बाद बिहार दौरा रद्द कर उन्होंने कार्यकर्ता परिवार के न्याय और सहयोग के लिए अग्रसर होकर यह संदेश दिया कि कार्यकर्ता ही संगठन की आत्मा है। उनके इस समर्पण भाव की जिले से लेकर पूरे महाकौशल प्रांत तक सराहना की जा रही है। विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक अतिमहत्वपूर्ण बिहार दौरा छोड़कर संघ के स्वयंसेवक, विश्वहिंदू परिषद के पूर्व पदाधिकारी, पिछड़ा मोर्चा भाजपा के मंडल अध्यक्ष को और उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए डटे रहे। वो भी बिना किसी हानि और लाभ की परवाह किए बिना। कार्यकर्ता किसी भी नेता और पार्टी के लिए रीढ़ की हड्डी होती है।कार्यकता ही नेता और पार्टियों का निर्माण करता है।
अपने कार्यकर्ता के प्रति विधायक संजय पाठक का समर्पण देखकर कटनी जिले सहित पूरे महाकौशल प्रांत में आम जन, राजनैतिक, सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।
विधायक संजय पाठक का कहना है कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री का मूलमंत्र देवतुल्य कार्यकर्ताओं का सम्मान और उनके सुख- दुख में सहभागिता निभाना है। नीलेश रजक के परिवार का संकट संपूर्ण बीजेपी कार्यकर्ताओं का संकट है, उनके बच्चों की उच्च स्तरीय शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
संवेदनशील नेतृत्व की नई मिसाल: पूज्य गुरुजी के सूत्र “कार्यकर्ता की चिंता करो” को जीवंत करते दिखे संजय पाठक












Leave a Reply