जनमत हिन्दी। जिला मुख्यालय के तीनों फॉरेस्ट नाकों पर प्राइवेट व्यक्तियों का कब्जा बना हुआ है, वाहनों की जांच से लेकर अन्य तरह की जिम्मेदारियां तक इन्हीं के हाथों में हैं। नतीजतन नाके सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गए हैं।नेशनल हाइवे 30 पर पीरबाबा देवरी, कैलवारा कला और शहडोल रोड में सुर्खी पोड़ी के पास नाके में इस तरह की मनमानी व्याप्त है। जबकि डीएफओ ने पहले ही सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा था कि किसी भी नारे पर प्राइवेट व्यक्ति पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जएगी। बावजूद इसके नाकों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिससे विभागीय सख्त सिर्फ कागजों में सीमित होकर रह गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसर जिला मुख्यालय के तीनों फॉरेस्ट नाके में शिफ्टवाइज तीन-तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगई जाती है। बावजूद इसके फॉरेस्ट नाके में प्राइवेट कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं। बताया जाता है कि काफी दिन पहले फॉरेस्ट नाकों में प्राइवेट कर्मचारियों की तैनाती होने की जानकारी मिलने पर डीएफओ ने नाराजगी जताई थी, साथ ही चेतावनी दी गई थी कि ऐसे प्राइवेट कर्मचारियों एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। लेकिन समय बीतने के साथ व्यवस्था फिर से तस की तस हो गई है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
जिले के फॉरेस्ट नाकों पर तैनात हैं प्राइवेट कर्मचारी: मनमानी की हद, चेतावनी बेअसर












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